yaad
ये इश्क़ भी कितना अजीब अहसास है।
ये इश्क़ भी कितना अजीब अहसास है। इक पल ना भूले हम, के तू ना पास है। अता ना पता मन्जिल का, हल सूझे ना मुश्किल का। सुबह शाम जपता नाम तेरा, हाल बुरा है इस दिल का। ज़िक्र कोई तड़पाये, फासला ना राश है। ये इश्क़ भी कितना अजीब Read more…